"पत्नी- हॅलो! कहाँ हो?
पति- याद है, पिछली दीपावली पर हम एक ज्वेलरी की दुकान में गये थे... जहाँ तुम्हें एक हार पसंद भी आ गया था।
पत्नी- हाँ! याद आया..
पति- और उस समय मेरे पास पैसे नहीं थे।
पत्नी- (खुशी से): हाँ! हाँँ! याद है।
पति- और फिर मैंने कहा था कि ये हार एक दिन मैं तुम्हें लेके दूँगा।
पत्नी- (और ज़्यादा खुशी से): हाँ हाँ हाँ.. बहुत अच्छी तरह से याद है।
पति- तो बस उसी की बगल वाली दुकान में बाल कटवा रहा हूँ...थोड़ा लेट आऊँगा!!
पति- याद है, पिछली दीपावली पर हम एक ज्वेलरी की दुकान में गये थे... जहाँ तुम्हें एक हार पसंद भी आ गया था।
पत्नी- हाँ! याद आया..
पति- और उस समय मेरे पास पैसे नहीं थे।
पत्नी- (खुशी से): हाँ! हाँँ! याद है।
पति- और फिर मैंने कहा था कि ये हार एक दिन मैं तुम्हें लेके दूँगा।
पत्नी- (और ज़्यादा खुशी से): हाँ हाँ हाँ.. बहुत अच्छी तरह से याद है।
पति- तो बस उसी की बगल वाली दुकान में बाल कटवा रहा हूँ...थोड़ा लेट आऊँगा!!
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